Questions Answers of Information Technology - IT/ITes-NSQF & GK

Questions Answers of Information Technology

Questions Answers of  Information Technology (सूचना प्रौद्योगिकी से प्रश्न उत्तर)

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Quesations Answers:-


Q. Calc निम्नलिखित में से किस प्रकार के package को refer करता है? 

1) Spreadsheet

2) Multi-sheet

3) Double Sheet

4) None of these

Ans:- 1) Spreadsheet.

Q. Chart preview का उपयोग में किया जाता है ।

1) Page preview

2) Chart Preview

3) Expert chart

4) All the above

Ans:- 2) Chart Preview.

Q.16 Spreadsheet के layout को modify करने के लिए किस command का उपयोग किया जाता है?
1) Insert

2) View

3) Tool

4) Format

Ans:- 2) View.

Q. Chart को print करने के लिए निम्न में से किस option का प्रयोग किया जाता है? 

1) Insert-chart

2) File-print

3) File-view

4) View-chart

Ans:- 2) File-print.

Q. Dressing और grooming महत्पूर्ण है क्योंकि वे हमे देखने में मदद करते हैं।

1) Smart

2) Untidy

3) Shabby

4) All the above

Ans:- 1) Smart.

Q. CPU एक............ डिवाइस है?

1) Input

2) Output

3) Processing

4) None of these

Ans:- 3) Processing

Q. ICT का प्रयोग होता है..

1) In houses

2) Offices

3) Both

4) None of these

Ans:- 3) Both.

Q. Smartphone में कौन सा OS उपयोग किया जाता है?

1) Android OS

2) Apple OS

3) Both

4) None of these

Ans:- 1) Android OS

Q. कौन सी E-mail service हैं? 

1) WhatsApp

2) Facebook

3) Gmail

4) Share chat

Ans:- 3) Gmail.

Q. GPS का पूरा नाम है । 

1) Global positioning system

2) Global payments system

3) Both 

4) None

Ans:- 1) Global positioning system.

Q. You need to apply leave at work? Which method of communication will you use?  (आपको काम पर छुट्टी लागू करने की ज़रूरत है? आप संचार के किस तरीके का प्रयोग करेंगे?)

Ans:-E-Mail 

Q. Why do we use e-mails? (हम ई-मेल का उपयोग क्यों करते है?)

Ans:- to share information and documents (सूचनाओ और documents को शेयर करने के लिए ।

Q. What is the valid file extension for Notepad file? (नोटपैड फ़ाइल के लिए वैध फ़ाइल एक्सटेंशन क्या है?)

Ans:-  .txt 

Q. What should a strong password consist of? (एक मजबूत पासवर्ड में क्या होना चाहिए?)

Ans:- Number, Capital  letters alphabets , Small letters alphabets and special chatacters का प्रयोग होना  चाहिये ।

Q. Describes the elements of communication? (संचार के तत्वों का वर्णन करता है?)

Ans:- संचार के तत्व (Communication elements): संचार प्रक्रिया में प्रेषक, रिसीवर, एन्कोडिंग, डिकोडिंग, चैनल / मीडिया, आवाज और प्रतिक्रिया जैसे तत्व शामिल हैं ।

Q. write two advantages of verbal communication? (मौखिक संचार के दो लाभ लिखिए?)

Ans:-  मौखिक संचार के लाभ नीचे दिए गए हैं:-

1) इससे समय की बचत होती है ।  मौखिक संचार में उच्च स्तर की समझ और पारदर्शिता है क्योंकि यह पारस्परिक है ।

2) उनके अंदर कठोरता का कोई तत्व नहीं है । 

3) मौखिक संचार के मामले में प्रतिक्रिया सहज है । 

4) स्पष्टीकरण और प्रतिक्रिया तुरंत संभव है ।

Q. What is shortcut key of insert new slide in libre office  impress?

(लिब्रे ऑफिस इंप्रेस में नई स्लाइड डालने की शॉर्टकट कुंजी क्या है?)

Ans:- कण्ट्रोल + M 

Q. Full form of WPM

(WPM का पूरा नाम लिखे?)

Ans:- Word per minute (वर्ड पर मिनट)।

Q. How many function keys are available in keyboard? (की-बोर्ड में कितनी फंक्शन कुंजियाँ होती हैं?)

Ans:- 12

Q. When was word processing software invented? (वर्ड प्रोसेसिंग सॉफ्टवेर की खोज कब की गयी?)

Ans:- 1970 Developed by  IBM 

Q. What is the file extension of calc? (कैल्क का फाइल एक्स्टेंशन क्या है?)

Ans:- .ods 

Q. When a formula is used in calc, which symbol does the formula begins with?

(जब calc में कोई फार्मूला लगाया जाता है तो फार्मूला किस सिंबल से सुरु किया जाता है?)     

Ans:- sign of equal (=)

Q. How to run Libre Office Calc?  लिबरे ऑफिस calc को केसे रन कर सकते है?      

Ans:- go to start button--> Program--> Libre office calc--> click 

Q. Write names any four spreadsheet software? किन्ही चार स्प्रेडशीट सॉफ्टवेर के नाम लिखो ? 

Ans:- 1) लिब्रे ऑफिस calc 

2) MS EXCEL

3) VisiCalc 

4) Lotus-1,2,3

5) Gnumeric 

6) Apple Numbers 

7) Google Sheet 

8) Ether Calc

9) Smart Sheet 

10) Zoho Sheet 

Q. What is the difference between worksheet and workbook? (वर्कशीट और वर्कबुक में क्या अन्तर है?) 

Ans:- Worksheet एक सिंगल-पेज को कहते है। Workbook एक फ़ाइल या एक book  के सामान है। इसमें rectangle cells  का एक मैट्रिक्स होता है, जो पंक्तियों (Row) और स्तंभों (Column) के सारणीबद्ध रूप में व्यवस्थित होता है। वर्कबुक में एक या एक से अधिक वर्कशीट होती हैं ।

Q. Write steps to copy formula using copy and paste command? (कॉपी एंड पेस्ट कमांड का उपयोग करके फार्मूला कॉपी करने के स्टेप लिखे?)   

Ans:- कॉपी करने और paste   के लिए, आप कीबोर्ड शॉर्टकट का इस्तेमाल कर सकते हैं । कॉपी करने के लिए Ctrl + c, काटने के लिए Ctrl + x और चिपकाने के लिए Ctrl + v का प्रयोग करे ।

Q. What kind of multimedia used in libre office impress? लिब्रे ऑफिस इंप्रेस में किस प्रकार के मल्टीमीडिया का उपयोग किया जाता है?  

Ans:- Image, audio, video, chart, Diagram, Animation  etc 

Q. In how many ways can a slide show be run? स्लाइड शो को कितने प्रकार से रन किया जा सकता है? 

Ans:- F5 function key द्वारा । Slide show मेन्यू से रन ऑप्शन के द्वारा भी चला सकते हैं । 

Q. Home key और Guide key में क्या अंतर होता है?                                             (Most Imp.)

Ans:- Home Key और Guide Key में क्या अंतर इस प्रकार से है:-

∆ होम की (Home Key):- Alphabets ASDF बाएं हाथ (Left Hand) के लिए Home Keys है । और, (Semi-Colon) LKJ दाहिने हाथ (Right Hand) के लिए। उंगलियों को अन्य Keys के लिए सही Movement करने के लिए प्रशिक्षित (trained) किया जाता है और प्रत्येक उंगली किसी अन्य Row में संबंधित Key को Depressed करने के बाद तुरंत अपने संबंधित Home Key पर लौट आती है ।

∆ Guide Key(गाईड की):- Computer Keyboard पर, Key F और 'J' को क्रमशः बाएं (left)और दाएं (Right) हाथ के लिए Guide Keys कहा जाता है । दोनों में एक छोटा उठा हुआ "Tangible Mark" होता है । जिसकी सहायता से Touch Typist उंगलियों को Home Keys पर सही ढंग से रख सकता है ।

Q. LMS system क्या हैं? बताए ।

Ans:- LMS का अर्थ "लर्निंग मैनेजमेंट सिस्टम" है । यह एक सॉफ्टवेयर एप्लिकेशन है जिसका उपयोग शैक्षिक सामग्री और प्रशिक्षण कार्यक्रमों को वितरित करने, प्रबंधित करने और ट्रैक करने के लिए किया जाता है । LMS सिस्टम का उपयोग विभिन्न प्रकार की सेटिंग्स में किया जाता है, जिसमें स्कूल, विश्वविद्यालय, निगम और सरकारी एजेंसियां ​​शामिल हैं । एक LMS आम तौर पर प्रशिक्षकों या प्रशिक्षकों को शिक्षण सामग्री बनाने और व्यवस्थित करने के लिए एक मंच प्रदान करता है, जैसे ऑनलाइन पाठ्यक्रम, वीडियो और क्विज़ । यह शिक्षार्थियों को इन सामग्रियों तक पहुँचने और पाठ्यक्रम के माध्यम से उनकी प्रगति को ट्रैक करने की भी अनुमति देता है । एलएमएस सिस्टम शिक्षार्थियों के प्रदर्शन को ट्रैक और मूल्यांकन करने में मदद करने के लिए आकलन, चर्चा मंच और विश्लेषण जैसी सुविधाओं की पेशकश कर सकते हैं ।

Q. सॉफ्टवेयर कितने प्रकार के होते हैं?

Ans:- सॉफ्टवेयर तीन प्रकार के होते हैं जो इस प्रकार है:-

1) System Software (सिस्टम सॉफ्टवेयर) 

2) Application Software (एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर)

3) Utility Software (यूटिलिटी सॉफ्टवेयर) 

Q. Storage Devices क्या है?

Ans:- वे सभी devices जो डाटा स्टोर करने के लिए उपयोग की जाती है । स्टोरेज डिवाइस कहलाती है । उदाहरण:- CD, DVD, FDD, HDD, SSD, MEMORY CARD, PEN DRIVE, TAP DRIVE, ZIP DRIVE etc.

Q. Tablet क्या है? इसके कुछ उपयोग लिखो ।

Ans:- टैबलेट एक पोर्टेबल कम्प्यूटिंग डिवाइस है जिसमें आमतौर पर एक टचस्क्रीन डिस्प्ले होता है और इसे कई तरह के कार्यों के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है, जैसे कि इंटरनेट ब्राउज़ करना, गेम खेलना, ई-पुस्तकें पढ़ना और वीडियो देखना। टैबलेट स्मार्टफोन से बड़े लेकिन लैपटॉप से ​​छोटे होते हैं, और वे अक्सर आईओएस या एंड्रॉइड जैसे मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम पर चलते हैं जिसका उपयोग मनोरंजन, उत्पादकता, शिक्षा, संचार और रचनात्मक कार्यों के लिए किया जा सकता है । यह एक बहुमुखी टूल है जो आपका मनोरंजन करने, अधिक उत्पादक बनने और जुड़े रहने में आपकी मदद कर सकता है ।

Q. What is chart? how many of types of chart in libre ofice calc? (चार्ट क्या है? लिब्रे ऑफिस कैल्क में कितने प्रकार के चार्ट होते हैं?)

 Ans:- लिब्रे ऑफिस calc में जो डाटा सारणी के रूप इंटर किया जाता हैं उसे हम चार्ट के रूप में प्रदर्शित कर सकते हैं चार्ट के रूप में डाटा प्रभावशाली, रोचक और समझने में आसान हो जाता हैं इससे डाटा का विश्लेषण करना और तुलना करना आसान हो जाता हैं |

Types of Chart (चार्ट के प्रकार):-

Bar Chart, Line Chart, Pie Chart, XY Scatter Chart, Area Chart, Doughnut Chart, Radar Chart, Column Chart

1) Bar Chart(बार चार्ट): -bar chart के अंदर वस्तूओ की किसी निश्चित समय में तुलना दिखाई जाती है। bar Chart, column Chart की तरह होता है। इसमे Horizontal axis के द्वारा Numeric Value Bar Chart में शामिल की जाती है। Bar Chart को हम Row Chart भी बोलते है। 










2) Column Chart(कालम चार्ट): -column Chart, Bar graph की तरह होता है। जिसमे Data को column के द्वारा दिखाया जाता है। इसके अंदर समय के हिसाब से items में जो बदलाव आता है। उसको दर्शाया जाता है। 








3) Line Chart(लाईन चार्ट): - इस chart से समय की अवधि और Data में हुए परिवर्तनों के संबंध से पता चलता है। इसमे Y Axis Numeric Valve को और X-Axis समय या कोई और कैटगरी को दिखाता है। Line Chart के द्वारा Data को graph के अंदर line के द्वारा दिखाया जाता है।








4) Pie Chart (पाई चार्ट):- Pie Chart केवल एक Series के Data को दिखाता है। pie Chart के एक circle के अंदर जितना भी Data है। सभी के अंदर सम्बन्ध दिखाता है ।










5) XY Scatter Chart(XYस्कैटर चार्ट):- Data values के बीच मे संबंध को दिखाने के लिए ही हम Scatter chart का उपयोग करते हैं ।



 





6) Area Chart (एरिया चार्ट) :-एक क्षेत्र चार्ट या क्षेत्र ग्राफ रेखांकन मात्रात्मक डेटा प्रदर्शित करता है। यह लाइन चार्ट पर आधारित है। धुरी और रेखा के बीच का क्षेत्र आमतौर पर रंग, बनावट और हैचिंग के साथ जोर दिया जाता है। आमतौर पर एक क्षेत्र चार्ट के साथ दो या अधिक मात्रा की तुलना करता है।








7) Doughnut Chart (डोनट चार्ट) :- एक पाई चार्ट की तरह कुल मूल्य में प्रत्येक मूल्य के योगदान को प्रदर्शित करता है लेकिन इसमें कई श्रृंखलाएं सम्मिलित होती है।











8) Radar Chart(राडर चार्ट ):- कई वैरिएबल के आधार पर अलग-अलग विकल्पों का मूल्यांकन करने के लिए रडार चार्ट का इस्तेमाल करें. रडार चार्ट दो-आयाम वाले ग्राफ़ में एक या ज़्यादा वैरिएबल दिखाते हैं, जिनमें हर वैरिएबल के लिए एक लाइन होती है ।










Q. What is presentation? What are the features of good quality presentation? (प्रेजेंटेशन क्या है? अच्छी गुणवत्ता वाली प्रस्तुति की विशेषताएं क्या हैं?)

 Ans:- Presentation का मतलब प्रदर्शन होता है और Digital Presentation का मतलब अपनी सुचना को Digital रूप से प्रदर्शित करने से है। इस अध्याय में हम Digital Presentation का बारे में पड़ेगे Digital Presentation की सहायता से हम अपना Message या Information आसानी से श्रोताओं तक पहुंचा सकते है। Digital Presentation का ज्यादातर प्रयोग हम उस समय करते है। जब किसी Message को Class या किसी सभा के सामने प्रस्तुत करना हो Digital Presentation को हम Computer की सहयता से तैयार कर सकते है। इसको तैयार करने का लिए अनेक Application Software उपलब्ध है। जैसे Ms-PowerPoint, Openoffice, Libreoffice Etc.

                     Presentation का प्रयोग ज्यादातर Teaching और Training में किया जाता है। वह Concepts जो वर्णन करने में सुरक्षित हो उसको Digital Presentation की सहयता से आसानी से वर्णन कर सकते है। Digital Presentation को हम Paper पर Print भी कर सकते हैं। इस अध्याय में हम Impress (Libreoffice) का प्रयोग करना सीखेंगे Impress Libreoffice एक Free Open Source और Presentation तैयार करने के लिए प्रयोग होता है। Impress Libre Office में Text, Graphics और Animation का प्रयोग करते है।

Good Quality Presentation की निम्नलिखित विशेषताए होनी चाहिए:-

1. Presentation में एक Slide में 5 से 8 Lines होनी चाहिए।

2. Presentation में Font का Size 32 Points या इससे ज्यादा होना चाहिए। 

3. Presentation में Grammar और Language का सटीक प्रयोग होना चाहिए।

4. Presentation में Image, Drawing Tables और Graph का आव्सकता अनुसार प्रयोग होना चाहिए।

5. Presentation में Colors का प्रयोग इस तरह से किया जाना चाहिए की Font को आसानी से पढ़ा जा सके।

6. एक Presentation में एक से जायदा Animation और Video का प्रयोग नहीं करना चाहिए। क्योकि जयादा Animations और Video के प्रयोग से Sound Overlap हो सकती है ।

7. Presentation बनाते समय  topic को ध्यान मे रखना चाहिये और topic से हटकर presentation मे बाते नही करनी चाहिये।

Q. How many types of basic function in libre office calc? describe in details. (लिब्रे ऑफिस कैल्क में कितने प्रकार के बेसिक फंक्शन होते हैं? विवरण में वर्णन करें।)

Ans:- Spreadsheet Applications में विभिन्न Fields की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए अलग-अलग Functions होते है। आमतौर पर उपयोग किए जाने वाले Functions इस प्रकार है:-

1) SUM:- Function Arguments के रूप में हमारे द्वारा जो भी संख्या दी गई है। उन सभी को जोड़ता है। इसका Syntax इस प्रकार से है:-

=SUM (Number1, Number2,______)

2) Averages:- इसका का उपयोग संख्या की Averages निकालने के लिया किया जाता है। इसका Syntax इस प्रकार से है:- यदि Cell A1:A20 में संख्याएँ है । तो Formula 

=AVERAGE (A1:A20)

3) MAX Function:- इसका उपयोग चुने हुए Number में से Maximum Number का पता करने के लिए किया जाता है। इसका Syntax इस प्रकार से है:-

 =MAX (A1:A7)

4) MIN Function:- इसका उपयोग चुने हुए Number में से Minimum Number का MJD के से पता करने के लिए किया जाता है। इसका Syntan इस प्रकार से है:-

 =MIN(A1:A7)

5) COUNT Function:- इसका उपयोग चुर्नी हुई Cell के अंदर के Number या Text को Count करने के लिए किया जाता है। इसका Syntax इस प्रकार से है:-

=COUN(Number1, Number2,______ )

Q. Libre office Calc के विभिन्न Parts का वर्णन करो?                                             (Most Imp.)

Ans:- लिबर ऑफिस कैल्क के विभिन्न भाग इस प्रकार है:- 

लिब्रे ऑफिस कैल्क एक शक्तिशाली और बहुमुखी स्प्रेडशीट प्रोग्राम है जो ओपन सोर्स उत्पादकता टूल के लिब्रे ऑफिस सूट का हिस्सा है। कैल्क में सुविधाओं की एक विस्तृत श्रृंखला है, और इसके कुछ मुख्य भाग निम्नलिखित हैं:-

1) कार्यपुस्तिका (Workbook):- कार्यपुस्तिका स्प्रैडशीट्स का एक संग्रह है जो एक फ़ाइल में एक साथ सहेजी जाती हैं । कैल्क आपको कई कार्यपुस्तिकाओं को बनाने और प्रबंधित करने की अनुमति देता है, जिनमें से प्रत्येक में एक या अधिक स्प्रेडशीट होती हैं ।

2) स्प्रैडशीट (spreadsheet):- स्प्रैडशीट कोशिकाओं का एक ग्रिड है जो पंक्तियों और स्तंभों में व्यवस्थित होते हैं । पंक्ति और स्तंभ के प्रतिच्छेदन को सेल कहा जाता है । कैल्क प्रति स्प्रेडशीट 1,048,576 पंक्तियों और 16,384 कॉलम तक का समर्थन करता है ।

3) सूत्र और कार्य (Formula and function):-    

               कैल्क विभिन्न प्रकार के सूत्रों और कार्यों का समर्थन करता है जो आपको अपने डेटा पर गणना और विश्लेषण करने की अनुमति देता है । इनमें मूल अंकगणितीय ऑपरेटर (+, -, *, /) और साथ ही SUM, AVERAGE, IF, और VLOOKUP जैसे अधिक उन्नत फ़ंक्शन शामिल हैं ।

4) चार्ट्स (chart):- कैल्क आपको बार चार्ट्स, लाइन चार्ट्स, पाई चार्ट्स और अन्य सहित कई प्रकार के चार्ट्स बनाने की अनुमति देता है । आप रंग, फ़ॉन्ट और लेबल सहित अपने चार्ट का रूप कस्टमाइज़ कर सकते हैं ।

5) स्वरूपण (Formating):- कैल्क आपको अपने डेटा को विभिन्न तरीकों से प्रारूपित करने की अनुमति देता है, जिसमें फ़ॉन्ट, रंग और पाठ के संरेखण को बदलना शामिल है। आप सेल, रो और कॉलम में फ़ॉर्मैटिंग भी लागू कर सकते हैं ।

6) डेटा सत्यापन (Data Validation):- कैल्क आपको यह सुनिश्चित करने के लिए डेटा सत्यापन नियम स्थापित करने की अनुमति देता है कि आपकी स्प्रैडशीट में दर्ज किया गया डेटा कुछ मानदंडों को पूरा करता है। उदाहरण के लिए, आप केवल एक निश्चित सीमा के बीच संख्याओं को अनुमति देने के लिए या केवल एक निश्चित प्रारूप में दिनांकों को अनुमति देने के लिए एक नियम सेट अप कर सकते हैं ।

7) सशर्त स्वरूपण (Conditional formating):- कैल्क आपको अपने डेटा पर सशर्त स्वरूपण लागू करने की अनुमति देता है, जिसका अर्थ है कि सेल का स्वरूपण कुछ शर्तों के आधार पर बदल जाएगा। उदाहरण के लिए, आप उन कक्षों को हाइलाइट करने के लिए एक नियम सेट कर सकते हैं जिनमें एक निश्चित मान होता है, या कुछ मानदंडों को पूरा करने वाले कक्षों का फ़ॉन्ट रंग बदलने के लिए ।

8) मैक्रोज़ (Macros):- कैल्क आपको मैक्रोज़ बनाने और चलाने की अनुमति देता है, जो निर्देशों के सेट हैं जो दोहराए जाने वाले कार्यों को स्वचालित करते हैं । मैक्रोज़ को लिब्रे ऑफिस बेसिक या अन्य प्रोग्रामिंग भाषाओं का उपयोग करके बनाया जा सकता है, और आसान पहुँच के लिए बटन या कीबोर्ड शॉर्टकट को असाइन किया जा सकता है ।

Q. Discuss the various types of keys available on a computer keyboard (कंप्यूटर कीबोर्ड पर उपलब्ध विभिन्न प्रकार की कुंजियों की चर्चा करें) ।    

Ans:- कुंजी के प्रकार (Types of keys):-

                    हालांकि कई इनपुट डिवाइस हैं माउस टचस्क्रीन कैरेक्टर या Voice recognition इत्यादि का उपयोग कंप्यूटर को इनपुट देने के लिए किया जाता है, फिर भी कंप्यूटर में डेटा इनपुट के लिए कीबोर्ड का उपयोग सबसे आम तरीका है । कंप्यूटर कीबोर्ड में निम्न प्रकार की कुंजियों या keys होती हैं:-

∆ अल्फान्यूमेरिक कीज (Alphanumeric keys):- कीबोर्ड पर सभी वर्णमाला (A-Z ) और संख्या (0-9) ।

∆ विराम चिह्न कुंजियाँ (Panctuation marks Keys):-  विराम चिह्नों से संबंधित सभी कुंजियों, जैसे काँमा (), विराम (), सेमीकॉलम () ब्रैकेट्स ([]) और कोष्ठक ({}) और इसी तरह। साथ ही सभी गणितीय ऑपरेटर जैसे कि प्लस साइन (+), माइनस साइन (-) और बराबर साइन (=) ।

∆ ऑल्ट की (Alt key):- वैकल्पिक के लिए लघु, यह कुंजी दूसरी नियंत्रण कुंजी की तरह है ।

∆ एरो की (Arrow keys):- कर्सर (या सम्मिलन बिंदु) ऊपर (1) नीचे (1) दाएं (→) या बाए (-) को स्थानांतरित करने के लिए चार एरो की (key) हैं। एरो की (key) के साथ संयोजन के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है ।

∆ शिफ्ट या ऑल्ट की (Shift or Alt keys):- एक समय में कर्सर को एक से अधिक पोजीशन में ले जाना ।

∆ बैकस्पेस की (Backspace key):- कर्सर के बाई और के कैरेक्टर या सम्मिलन बिंदु हटाता है और कर्सर को उस स्थिति में ले जाता है ।

∆ कैप्स लॉक की (Caps Lock key):- यह एक टॉगल की (key) है, जो सक्रिय होने पर सभी एल्फाबेटिक कैरेक्टर को अपरकेस बनाता है ।

∆ कंट्रोल की (Ctrl key):- कंट्रोल की (key) का उपयोग नियंत्रण वर्ण बनाने के लिए अन्य कुंजियों के साथ संयोजन में किया जाता है । प्रत्येक नियंत्रण वर्ण का अर्थ इस बात पर निर्भर करता है कि कौन सा प्रोग्राम रन हो रहा है ।

∆ डिलीट की (Delete key):- डेल की (key) वर्तमान कर्सर स्थिति या सिलेक्ट किए गए ऑब्जेक्ट पर कैरेक्टर को डिलीट करता है, लेकिन कर्सर को स्थानांतरित नहीं करता है। ग्राफिक्स आधारित एप्लीकेशन लिए डिलीट की (key) प्रविष्टि बिंदु insertion point दाई ओर के कैरेक्टर को हटा देती है ।

∆ एंटर की या रिटर्न की (Enter key or Return key):- इसका उपयोग कमांड एंटर करने या कर्सर को अगली पंक्ति की शुरुआत में ले जाने के लिए किया जाता है । 

∆ इस्केप की (Ese key):- इस्केप की (key) का उपयोग डिवाइस को विशेष कोड भेजने और प्रोग्राम और कार्यों से बाहर निकलने (या इस्केप) के लिए किया जाता है ।

∆ फंक्शन की (Function keys):- F1 से F12 तक विशेष कुंजी लेबल इन की (key) का अलग-अलग अर्थ है जिसके आधार पर कार्यक्रम चल रहा है । जब एक की (key) प्रेस की जाता है, तो एक विद्युत संपर्क बनता है । न विद्युत संकेतों को एक माइक्रो-कंट्रोलर को काड़ित रूप में कंप्यूटर पर प्रेषित किया जाता है, जो उस कुंजी के अनुरूप कैरेक्टर का वर्णन करता है कीबोर्ड का उपयोग टेक्स्ट-आधारित प्रोग्राम और सॉफ्टवेयर के लिए किया जाता है । आधुनिक जीयूआई आधारित ऑपरेटिंग सिस्टम और एप्लीकेशन में अधिक परिष्कृत पॉइटिंग डिवाइस विकसित किए गए थे जैसे कि माउस, जॉयस्टिक, स्कॅनर आदि ।

∆ न्यूमेरिक कीपेड (Numeric keypad):- न्यूमेरिक कीपैड का उपयोग तब किया जाता है जब विशाल संख्यात्मक डेटा एंटर किया जाना है । यह कीपैड एक साधारण कैलकुलेटर की तरह है । यह सामान्य रूप से कंप्यूटर कीबोर्ड के दाईं ओर स्थित होता है। इसमें सख्या 0 से 9 जोड़ (+), घटाव (-) गुणा (५) और विभाजन (/) चिह्न, एक दशमलव बिंदु () और नम लॉक और एटर कुजी शामिल हैं । न्यूमेरिक कीपैड दोहरे मोड पर भी काम कर सकता है । एक मोड पर, यह संख्याओं का प्रतिनिधित्व करता है और दूसरे मोड पर इसमें विभिन्न की (key) होती है जैसे कि एसे की, पेज अप, पेज डाउन आदि । नमलॉक को दो मोड के बीच स्विच करने के लिए प्रदान किया जाता है । आम तौर पर, लैपटॉप के कुछ कीबोर्ड में न्यूमेरिक कीपैड नहीं होता है ।

∆ होम की (Home keys):- अक्षर ASDF बाएं हाथ और (सेमी-कॉलन) दाहिने हाथ के लिए LKJ के लिए होम की (key) हैं । अगुलियों को अन्य की (key) के लिए सही मूवमेंट करने के लिए प्रशिक्षित किया जाता है और प्रत्येक अगुली किसी अन्य रो में संबंधित की (key) को डिप्रेस्ड करने के बाद तुरंत अपने संबंधित होम की (key) पर लौट आती है ।

∆ गाइड की (Guide keys):- कंप्यूटर कीबोर्ड पर, 'F' और 'J' की (key ) क्रमशः बाएं और दाएं हाथ के लिए गाइड की (key) कहलाती है । दोनों में एक छोटे से उभरे हुए ठोस चिह्न होते हैं जिनकी मदद से टच टाइपिस्ट अंगुलियों को होम की (key) पर सही ढंग से रख सकता है ।

∆ बैकस्पेस की (key) या डिलीट की (key):-बैकस्पेस की (key) आपके कर्सर की स्थिति के पीछे (बाईं ओर) के टेक्स्ट को डिलीट कर देगी । किसी डॉक्यूमेंट में नंबर टाइप करने के लिए आपको चाहिए कीबोर्ड पर की (key) की दूसरी पंक्ति पर नंबर लॉक या संख्याओं का उपयोग करें ।

∆ कैपिटल लेटर्स टाइप करना:- कैपिटल लेटर्स टाइप करने के लिए टाइप करने से पहले की (key) दबाकर कैप्स लॉक को स्विच करें कीबोर्ड के ऊपरी दाए कोने पर एक लाइट चमकेगी जो कैप्स लॉक दिखाता है । इसे बंद करने के लिए, टाइप करने से पहले कैप्स लॉक की (key) पर टैप करें ।

∆ सिम्बल टाइप करना:- शिफ्ट की (key) प्रेस करें और दबाएं रखें और फिर की (key) को आवश्यक सिम्बल के साथ दबाएं कीबोर्ड पर दो शिफ्ट की (key) होते हैं । अक्षरों के नीचे बाएँ और दाएँ शिफ्ट कुंजी का उपयोग उन शीर्ष सिम्बल का उपयोग करने के लिए किया जाता है जो दो वर्णों के साथ की (key) में से एक है ।

Q. Presentation के प्रयोग के क्या फायदे / लाभ है?

Ans:- प्रस्तुति के उपयोग के लाभ:-

                 शिक्षा, व्यवसाय और व्यक्तिगत जीवन सहित कई अलग-अलग संदर्भों में प्रस्तुतियों के विभिन्न प्रकार के लाभ हो सकते हैं । प्रस्तुतियों का उपयोग करने के कुछ संभावित लाभ यहां दिए गए हैं:-

1) जटिल विचारों को स्पष्ट करें (Clarify complex ideas):- प्रस्तुतियाँ जटिल विचारों को छोटे, अधिक प्रबंधनीय टुकड़ों में तोड़कर स्पष्ट करने में मदद कर सकती हैं । इससे प्रस्तुतकर्ता और दर्शकों दोनों के लिए प्रस्तुत की जा रही जानकारी को समझना और संसाधित करना आसान हो सकता है ।

2) श्रोताओं को व्यस्त रखें (Engage the audience):- एक अच्छी तरह से डिज़ाइन की गई प्रस्तुति दर्शकों का ध्यान खींच सकती है और उसे बनाए रख सकती है, जिससे महत्वपूर्ण जानकारी और विचारों को संप्रेषित करना आसान हो जाता है। आकर्षक दृश्य, एनिमेशन और इंटरएक्टिव तत्व दर्शकों की रुचि और जुड़ाव बनाए रखने में मदद कर सकते हैं ।

3) जानकारी को प्रभावी ढंग से संप्रेषित करें (Communicate information effectively):- प्रस्तुतिकरण सूचनाओं को जल्दी और स्पष्ट रूप से संप्रेषित करने का एक प्रभावी तरीका हो सकता है, खासकर जब केवल लिखित या मौखिक संचार की तुलना में । विजुअल एड्स और अन्य मल्टीमीडिया तत्व प्रमुख बिंदुओं को सुदृढ़ करने और उन्हें अधिक यादगार बनाने में मदद कर सकते हैं ।

4) पेशेवर छवि बढ़ाएँ (Enhance professional image):- एक पेशेवर, अच्छी तरह से डिज़ाइन की गई प्रस्तुति का उपयोग करने से आपकी पेशेवर छवि और प्रतिष्ठा बढ़ाने में मदद मिल सकती है । यह दर्शाता है कि आप जिस विषय को प्रस्तुत कर रहे हैं, उसके बारे में आप व्यवस्थित, तैयार और जानकार हैं ।

5) सहयोग में सुधार (Improve collaboration):- प्रस्तुतियाँ विचारों पर चर्चा करने, प्रतिक्रिया का आदान-प्रदान करने और निर्णय लेने के लिए एक साझा मंच प्रदान करके सहयोग और टीम वर्क की सुविधा प्रदान कर सकती हैं । यह संचार को बेहतर बनाने और टीम या संगठन के भीतर मजबूत संबंध बनाने में मदद कर सकता है ।

6) आत्मविश्वास बढ़ाएँ (Increase confidence):- प्रस्तुति तैयार करने और देने से आत्मविश्वास और सार्वजनिक बोलने के कौशल को बढ़ाने में मदद मिल सकती है । सूचनाओं को स्पष्ट और संक्षिप्त तरीके से व्यवस्थित करने और प्रस्तुत करने का कार्य सार्वजनिक बोलने के बारे में आत्मविश्वास पैदा करने और चिंता को कम करने में मदद कर सकता है ।

7) समय बचाएं (Time save):- अंत में, प्रस्तुतियां समय की बचत करने वाला उपकरण हो सकती हैं, क्योंकि वे अपेक्षाकृत कम समय में बड़ी संख्या में दर्शकों तक जानकारी पहुंचा सकते हैं । यह व्यावसायिक सेटिंग में विशेष रूप से उपयोगी हो सकता है, जहां समय अक्सर प्रीमियम पर होता है ।

Employability skills:-

Q. Green Skills से क्या अभिप्राय है?

Ans:- हरित कौशल (Green Skills) व्यक्तियों और संगठनों के लिए आवश्यक ज्ञान, क्षमताओं और मूल्यों को संदर्भित करता है जो सतत विकास और हरित अर्थव्यवस्था में परिवर्तन में योगदान करते हैं । इन कौशलों में अक्षय ऊर्जा, संसाधन दक्षता, टिकाऊ कृषि, अपशिष्ट प्रबंधन, और जलवायु परिवर्तन शमन और अनुकूलन जैसे क्षेत्रों में ज्ञान और विशेषज्ञता शामिल हो सकती है । वैश्विक पर्यावरणीय चुनौतियों का समाधान करने और अधिक स्थायी भविष्य को बढ़ावा देने के लिए हरित कौशल का विकास आवश्यक है ।

Q. Self Management skills में कौन कौन से गुण शामिल है?

Ans:- स्व-प्रबंधन कौशल विभिन्न स्थितियों में किसी के विचारों, भावनाओं और व्यवहारों को प्रभावी ढंग से नियंत्रित करने की क्षमता को दर्शाता है। स्व-प्रबंधन कौशल में शामिल कुछ गुण यहां दिए गए हैं:-

1) आत्म-जागरूकता (Self-awareness):-  अपनी ताकत, कमजोरियों और भावनाओं को समझना।

2) स्व-नियमन (Self regulation):- विभिन्न स्थितियों में अपनी भावनाओं और व्यवहार को नियंत्रित करने की क्षमता।

3) लक्ष्य निर्धारण (Goal Setting):- यथार्थवादी और प्राप्त करने योग्य लक्ष्य निर्धारित करने की क्षमता ।

4) समय प्रबंधन (Time Management):- अपने समय को प्रभावी ढंग से और कुशलता से प्रबंधित करने की क्षमता।

5) निर्णय लेना (Decision-Making):- उपलब्ध सूचना के आधार पर सूचित निर्णय लेने की क्षमता ।

6) तनाव प्रबंधन (Stress Management):- तनाव से निपटने और इसे प्रभावी ढंग से प्रबंधित करने की क्षमता ।

7) अनुकूलनशीलता (Adaptability):- परिस्थितियों और स्थितियों में परिवर्तन के अनुकूल होने की क्षमता ।

8) जिम्मेदारी (Responsibilty):- अपने कार्यों और उनके परिणामों का स्वामित्व लेना।

9) उत्तरदायित्व (Accountability:- अपने कार्यों के लिए स्वयं को जिम्मेदार ठहराना और अपनी पसंद के परिणामों को स्वीकार करना।

10) पहल / प्रारंभ (Initiative):- अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने और समस्याओं को हल करने के लिए सक्रिय कदम उठाने की क्षमता ।

Q. Positive thinking क्या हैं?

Ans:- सकारात्मक सोच (Positive thinking)  जीवन में अच्छी चीजों पर ध्यान केंद्रित करने और आशावादी दृष्टिकोण रखने का अभ्यास है । इसमें नकारात्मक विचारों और भावनाओं को स्वीकार करना शामिल है, लेकिन किसी स्थिति के सकारात्मक पहलुओं को देखना और विकास की मानसिकता रखना शामिल है । सकारात्मक सोच से मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार हो सकता है, लचीलापन बढ़ सकता है, और जीवन में अधिक खुशी और तृप्ति हो सकती है ।

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