SSD क्या है? इसके प्रकार और कैसे काम करता है? (What is SSD? Its types and how it works?) - IT/ITes-NSQF & GK

SSD क्या है? इसके प्रकार और कैसे काम करता है? (What is SSD? Its types and how it works?)

नमस्कार आप सभी का हमारी वेबसाइट "https://raazranga.blogspot.com" पर स्वागत हैं, आज में आप सभी को "SSD क्या है? इसके प्रकार और कैसे काम करती है? (What is SSD? Its types and how it works?)" के बारे में जानकारी दूंगा ।


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SSD क्या है? इसके प्रकार और कैसे काम करता है? (What is SSD? Its types and how it works?)

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              SSD या Solid-state drive इस नए युग का संग्रहण युक्ति (storage device) है जिसका इस्तमाल कम्प्यूटर / लैपटॉप (Computer / Laptop) में किया जाता है । SSDs में flash-based memory का इस्तमाल होता है जो की इसे  traditional mechanical hard disk की तुलना में काफ़ी ज़्यादा तेज बनाता है । यदि आप computer का प्रयोग करते हैं तो आपने SSD के बारे मे कहीं ना कही तो जरूर सुना होगा । क्योंकि यह आजकल बहुत ही तेजी से प्रचलित हो रही है और computer की गति का एक बड़ा region भी बन गई है । अधिकतर हम कंप्यूटर / लैपटॉप में अपनी फाइलों और अन्य प्रकार के डाटा को स्टोर करने के लिये संग्रहण युक्ति (Storage Device) के रूप में हार्ड डिस्क (Hard Disk) का प्रयोग करते है । लेकिन कुछ सालों से सॉलिड स्टेट ड्राइव (Solid State Drive / SSD) ने इनकी जगह ले ली है । कंप्यूटर विशेषज्ञ (Computer specialist) भी बेहतर कार्यप्रणाली (performance) के लिये आपको HDD / हार्ड डिस्क ड्राइव की जगह SSD / सॉलिड स्टेट ड्राइव को चुनने के लिए सलाह यानी suggest करते है । 

SSD की परिभाषा (Definition of SSD):-

                    SSD का पूरा नाम सॉलिड स्टेट ड्राइव (Solid State Drive) होता है । यह भी हमारे कंप्यूटर / लैपटॉप में उपलब्ध हार्ड डिस्क ड्राइव (HDD) की तरह ही डाटा स्टोर करने का ही काम करती है, लेकिन हार्ड डिस्क ड्राइव (HDD) तेज काम करती है इसके तेज़ काम करने के पीछे कई कारण है । इसमें डाटा हार्ड डिस्क की तरह डिस्क पर न होकर इसमें दी गई चिपो में डाटा स्टोर होता हैं । इसी कारण इसकी स्पीड तेज होती हैं । लेकिन अगर सिंपल शब्दो में कहा जाए तो यह HDD Drive का update या New version है जिसको नई तकनीक का प्रयोग करके बनाया गया है । यह हार्ड डिस्क ड्राइव के मुकाबले वजन में हल्की और आकार में छोटी होती है और साथ ही महंगी भी होती हैं । SSD का आविष्कार इसीलिए किया गया है ताकि कंप्यूटर / लैपटॉप को तेज और कम पॉवर खर्च करने वाला बनाया जा सके और यही SSD की विशेष बाते हैं की यह HDD के मुकाबले बहुत फ़ास्ट, सुगम और कम पावर खर्च करती है । SSD फ्लैश स्टोरेज का ही एक रूप होती है जिस तरह से मेमोरी कार्ड या पेन ड्राइव (Pen drive) होते हैं । SSD एक फ्लैश स्टोरेज युक्ति (flash storage device) है जिसमे कोई भी मूविंग पार्ट (Head) नहीं होता है क्योंकि SSD कंप्यूटर और लैपटॉप के कार्यक्रम (प्रोग्राम) को बहुत खास और तेज कर देता है, इसलिए वर्तमान समय (present time) में कंप्यूटर में इसका इस्तेमाल हार्ड डिस्क ड्राइव के बदले किया जा रहा है । 

SSD कैसे काम करता है? (How does SSD work?)

            SSD एक तरह की स्टोरेज युक्ति (Storage Drive) होती है जो की आपके data को स्थाई रूप (Permanent basis) पर स्टोर करती है । SSD को कंप्यूटर से जोड़ने पर कंप्यूटर की डाटा ट्रान्सफर गति ज्यादातर बढ़ जाती है और अगर आप अपने कंप्यूटर / लैपटॉप में से दूसरे कंप्यूटर / लैपटॉप को डाटा ट्रान्सफर करते है तो वो आप तेजी से (immediately) कर सकते है । हम जानते हैं कि हार्ड डिस्क में एक चुंबकीय डिस्क (magnetic disk) होती है जिसके घुमने की वजह से हार्ड डिस्क (Hard Disk) में डाटा ट्रान्सफर और प्राप्त या प्रयोग हो पाता है । परंतु SSD में ऐसा बिल्कुल नहीं होता है । सभी काम Semi Conductor Chip द्वारा किया जाता है । ये RAM की तरह ही कार्य करता है क्योंकि सेमी कंडक्टर चिप, मैग्नेट की तुलना में बेहतर संचार (Communication) करता है इसलिए यह बहुत fast है ।

सॉलिड स्टेट ड्राइव के प्रकार (Types of SSD-Solid State Drive):-

                  इसमें कई प्रकार के SSD यानी सॉलिड स्टेट ड्राइव हैं जो उनकी कनेक्टिविटी और गति के अनुसार विभाजित किए गए हैं जो इस प्रकार है:-

1) SATA SSD Disk (साटा सॉलिड स्टेट ड्राइव)

2) MTS-SSD Disk (एम टी एस-सॉलिड स्टेट ड्राइव)

3) M.2 SSD Disk (एम.2 सॉलिड स्टेट ड्राइव)

4) SSHD SSD Disk (एस एस एच डी सॉलिड स्टेट ड्राइव)

1) SATA SSD Disk (साटा सॉलिड स्टेट ड्राइव):-

                   इस प्रकार का SSD Laptop के hard drive के समान दिखाई देता है जो हार्ड डिस्क (Hard Disk) की तरह एक सामान्य साटा संयोजक (Simple SATA connector) का समर्थन करता है । ये SSD का सबसे साधारण रूप कारक है जिसको आप देखकर पहचान / recognize कर सकते हैं । सबसे पहले इस प्रकार के SSD बाजार में आए और अभी भी चलते हैं । यह SSD आज कल प्रयोग हो रहे है । यह किसी भी PC में हो सकता है । 

2) MTS-SSD Disk (एम टी एस-सॉलिड स्टेट ड्राइव):-

                    यह डिस्क कनेक्टिविटी और बनाने के कारक (form factor) में simple SATA SSD से अलग होती है । यह आकार में बहुत छोटी होती है और general SSD से दिखने में काफी अलग होती है । यह general RAM stick और connectivity के मामले में show होता है । इसका प्रयोग हर PC में नहीं किया जा सकता है इसका use करने के लिए आपका PC SATA Port होना बहुत आवश्यक (important) है । ऐसे SSD का प्रयोग लैपटॉप (laptop) में किया जाता है ।

3) M.2 SSD Disk (एम.2 सॉलिड स्टेट ड्राइव):-

                     यह डिस्क जो है वो SSD M-SATA SSD disk के equal होते हैं । परंतु ये एक अपडेटेड वर्जन (Updated Version) है । जो SATA SSD की तुलना में तेज़ है परंतु छोटा होने के बावजूद, ये दोनों प्रकार की कनेक्टिविटी का समर्थन करता है अर्थात आप इसे general SATA cable से भी जोड / connect कर सकते है । M.2 SSD Disk एक PCI-E Express Port की तरह ही होती है मगर ये थोड़ा छोटा है । 

4) SSHD SSD Disk (एस एस एच डी सॉलिड स्टेट ड्राइव):-

                  SSHD को पूरी तरह से SSD नहीं कह सकते है क्योंकि यह Solid state drive और Hard Disk दोनों से बना हुआ है । इसमें SSD की कुछ memory और कुछ hard disk है यानी यह hard disk और SSD दोनों के बीच की डिवाइस है । SSHD Disk आजकल के लैपटॉप के में प्रयोग कि जाती है ।

Advantages of SSD (SSD के लाभ):-

             SSD को इस्तमाल करने के Advantages  / लाभ इस प्रकार है:- 

1) बहुत ही तेज गति (Fast Speed):- SSD hard disk की speed Normal Hard disk Drive से कई गुना तेज़ होती हैं ।

2) Resistant to Shock (शॉक प्रतिरोधी):- यह एक प्रभाव प्रतिरोधी (Impact Resistant) होता है । अगर ये कभी निचे गिर जाती है तब यह आपके कंप्यूटर का डाटा खराब होने से बचा लेती है ।

3) Low Power Consumption (कम बिजली की खपत):- यह बहुत ही कम बिजली की खपत (Low Power Consume) करती है । 

4) Long Lifespan (लम्बा जीवनकाल):- इसकी life बहुत ही लम्बी होती है क्योंकि इसके अंदर HDD की तरह, किसी भी प्रकार का moving part नहीं होता है । 

5) No Noise (शोरमुक्त):- SSD किसी भी तरह की आवाज़ नहीं करता है क्योंकि इसके अंदर moving part नहीं होता है ।

6) Heat (गर्म):- SSD के अंदर कोई भी घूमने वाला भाग नहीं होता और फ्लैश मेमोरी होने के कारण SSD कम गर्मी उत्पन्न करता है । 

Disadvantages of SSD (SSD के नुकसान/हानि):- SSD इस्तमाल करने के नुकसान/ हानि इस प्रकार है:-

1) High Cost (ज्यादा कीमत):- SSD की कीमत बहुत ज्यादा होती है इसकी कीमत सामान्य हार्ड डिस्क ड्राइव से अधिक होती है । 

2) Less Storage Capacity (कम संग्रहण क्षमता):- SSD मे Storage Capacity नॉर्मल हार्ड डिस्क ड्राइव (hard disk drive) की तरह नहीं मिल पाती है । अगर आप SSD को खरीदना चाहे तो आप आसानी से कर सकते है । SSD बाजार में 256GB, 512GB, 1TB तक आसानी से मिल जाती है ।

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F.A.Q.:-

Q.1) SSD या HDD कौन हैं ज़्यादा बेहतर? 

Ans:-HDD की तुलना में SSD काफ़ी ज़्यादा बेहतर होता है । इसमें आपको फास्टर ऑपरेशन स्पीड देखने को मिलती है ।

Q.2) क्या गेमिंग के लिए SSD बेहतर होती है?

Ans:- हां, गेमिंग के लिए SSD सबसे ज़्यादा उपयुक्त होता है ।

Q.3) क्या कंप्यूटर या लैपटॉप में SSD ज़रूरी होता है?

Ans:- ऐसा बिलकुल भी नहीं है । लेकिन हाँ, SSD के होने से आपके PC की कार्य क्षमता काफ़ी हद तक बढ़ जाती है ।

Q.4) SSD लगाने से क्या होता है?

Ans:- SSD का पूरा नाम Solid State Drive होता है । जिसका प्रयोग डाटा स्टोरेज के लिए किया जाता है । क्योंकि HDD की तुलना में SSD की डाटा को Read और Write करने की गति काफी अधिक होती है, इसलिये इसे लगभग हर कोई अपने लैपटॉप में लगाना चाहते है ताकि उनका लैपटॉप काफी तेज गति से ऑपरेट या काम कर सके ।

Q.5) हार्ड डिस्क ड्राइव और SSD में क्या अंतर है?

Ans:- SSD और HDD में अंतर (Difference Between HDD and SSD in Hindi) चूँकि SSD में कोई Moving Part नहीं होते हैं इसलिए इसकी Speed बहुत Fast होती है हार्ड डिस्क की तुलना में. हार्ड डिस्क में Moving Part होते हैं जिससे कि इसकी स्पीड में कमी आ जाती है. जबकि हार्ड डिस्क बहुत कम कीमत में अधिक स्टोरेज प्रदान करवाता है ।

Q.6) कौन सी हार्ड डिस्क अच्छी है?

Ans:- Seagate 8TB Innov8 एक सबसे उम्दा हार्डडिस्क है । यह एक सामान्य आकार 3.5 इंच का डेस्कटॉप हार्ड डिस्क है, लेकिन यह हार्ड डिस्क 8TB तक डाटा स्टोर कर सकती है और इसे चलाने के लिए किसी बाहरी पावर सोर्स की जरूरत नहीं होती है और इसे यूएसबी टाइप-c कनेक्टर के जरिए प्रयोग किया जाता है, जिसके बिना यह काम नहीं करेगा ।

Q.7) हार्ड डिस्क खराब कैसे होती है?

Ans:- हार्ड डिस्क, ठीक से काम करते-करते अचानक खराब हो सकती है । इसका कोई बाहरी कारण भी हो सकता है, जैसे:- आग की चपेट में आना, पानी घुसने के कारण, तेज बिजली झटका लगने के कारण, हार्ड डिस्क के उच्च चुम्बकीय क्षेत्र में आ जाने या पर्यावरणीय खराबी के कारण इत्यादि ।

Q.8) HDD को क्या नुकसान पहुंचा सकता है?

Ans:- शारीरिक संपर्क या क्षति, गर्मी, आर्द्रता, धूल, बिजली की वृद्धि, या यहां तक ​​कि समय भी हार्ड ड्राइव की खराबी का कारण बन सकता है । हार्ड ड्राइव में तीन बुनियादी प्रकार की समस्याएं आ सकती हैं:- तार्किक विफलताएं, यांत्रिक और फर्मवेयर विफलताएं (Logical Failures, Mechanical Failures, and Firmware Failures) ।

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