Introduction to Internet and Its Benefits (इंटरनेट का परिचय और फायदे) - IT/ITes-NSQF & GK

Introduction to Internet and Its Benefits (इंटरनेट का परिचय और फायदे)

What is Internet? (इंटरनेट क्या हैं?)

               Internet को Net भी कहा जाता है । यह एक इलैक्ट्रॉनिक कम्युनिकेशन डिवाइस (electronic communication device) है । यह सबसे बड़े नेटवकों में से एक है जो दुनिया भर के लाखों, करोड़ों कंप्यूटरों से जुड़ा हुआ है । आप कम्युनिकेशन उपकरणों और मीडिया जैसे Modem, केबल, टेलीफोन लाइन और सैटलाइट के जरिए इस नेटवर्क तक Access कर सकते हैं । इंटरनेट से कितने कंप्यूटर जुड़े हुए है यह ठीक-ठीक कोई भी नहीं जानता । हालांकि यह तय है कि यह संख्या लाखों में है और दिनो दिन तेजी से बढ़ रही है । इंटरनेट कई सुविधाओं को आपकी अंगुलियों पर लाकर रख देता है । आप इसके जरिए किसी को Message भेज सकते है । नए-2 दोस्त बना सकते हैं । बैंकिंग, शॉपिंग, इनवेस्ट, टैक्स भुगतान, शैक्षणिक कोर्स, गेम खेलना म्यूजिक सुनना और मूवी देखना जैसे कार्य घर बैठे ही निपटा सकते हैं । इंटरनेट का सबसे बड़ा फायदा यह है कि अपने कंप्यूटर पर इसका इस्तेमाल आप कहीं भी कर सकते हैं, अपने घर पर, स्कूल में या रेस्टोरेंट में । इंटरनेट की मदद से आप अपने दोस्त को online message भेज सकते हैं यहां तक कि उससे बात भी कर सकते हो । यहां इस बात का कोई मतलब नहीं है कि वह कहां बैठा हुआ है । बस उसके पास कंप्यूटर और internet connection होना चाहिए । Internet में कई Local, National और International Network शामिल रहते हैं । हालांकि इनमें से हर Network किसी निजी अथवा सार्वजनिक संस्था की संपत्ति होते हैं, लेकिन इंटरनेट पर किसी अकेली संस्था या संगठन का नियंत्रण और मालिकाना हक नहीं होता है ।


Internet पर हर संस्था केवल अपने नेटवर्क को Maintain करने के लिए जिम्मेदार होती है । इस समय 1000 मिलियन लोग दुनिया के विभिन्न हिस्सों में इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं । इंटरनेट का इस्तेमाल बढ़ाने में सबसे ज्यादा जिस feature का हाथ है वह है इसका कहीं भी इस्तेमाल कर लेने की क्षमता । जैसे घर में, स्कूल में, रेस्टोरेंट में या फिर ऑफिस में । आज के बिजनेस वर्ल्ड में यदि सफलता पाना है तो Internet को समझना ही होगा । इसके बिना आप चीजों, सुविधाओं, सूचनाओं और कम्यूनिकेशन के एक बहुत ही महत्त्वपूर्ण स्रोत को खो देंगे । Internet से जो काम किए जा सकते है दुनिया भर में किसी से भी Communication, Banking, Invest, वस्तुओ या सुविधाओं की खरीद, म्यूजिक डाउनलोड करना और सुनना, मूवी देखना, कोई कोर्स करना, शैक्षणिक सामग्री तलाशना, ऑनलाइ गेम खेलना, मैग्जीन पढ़ना, किसी दूसरे कंप्यूटर तक access कर files, documents आदि का आदान-प्रदान करना, इफोर्मेशन, आडियो-वीडियो क्लिप, फोटो आदि उपलब्ध कराना इत्यादि ।

History of Internet (इंटरनेट का इतिहास):-

                        यह पेंटागन अमेरिका के रक्षा विभाग में आरंभ हुआ था । ARPAnet (Advance Research Project Agency Network) नाम का Networking Project लांच किया गया था जो ऐसे Network की तरह काम करता था जिसमें युद्ध के परिदृश्य (Landscape) के बारे में सैनिक और वैज्ञानिक एक दूसरे को बिना किसी बाधा के गुप्त सूचनाएं भेज सकें । ARPANET कहलाने वाला यह नेटवर्क Sept, 1969 में आरंभ हुआ था । इसने वैज्ञानिक और अकेडमिक शोधकर्ताओं को आपस में जोड़ा । जैसे जैसे शोधकर्ताओं क इलेक्ट्रॉनिक मेल के जरिए सूचनाएं भेजने के फायदे पता चलते गए इसका प्रयोग बढ़ता गया और इस नेटवर्क लोकप्रियता हासिल कर ली । 1984 से इस नेटवर्क से 1000 से ज्यादा निजी कंप्यूटर जुड़ चुके थे । आज इंटरनेट ने हमारे लाखों कंप्यूटरों को आकर्षित कर खुद से जोड़ा है । धीरे-धीरे दूसरे क्षेत्र के शोधकर्ताओं और विद्वानों ने इसका प्रयोग आरंभ किया । 1986 में National Science Foundation ने अपने पांच सुपरकंप्यूटर सेंटरों के विशाल नेटवर्क को जोड़ा । इसे NSFnet कहा गया । जटिल नेटवकों (complex Networks) का यह विलय/Merge इंटरनेट के रूप में जाना गया । 1995 तक NSFnet इंटरनेट पर बड़ी मात्रा में कम्युनिकेशन एक्टिविटी (communication activity) अथवा traffic को संभालता रहा । 1995 में उसने अपने नेटवर्क को Internet से अलग कर दिया और अपने पुराने स्टेटस रिसर्च नेटवर्क पर लौट आया । बाद में नेट का ट्रैफिक विभिन्न निगमों, व्यावसायिक फार्मों और अन्य कंपनियों ने संभाला जो नेटवर्क उपलब्ध कराते है । ये नेटवर्क टेलीफोन कंपनियों केबल और सैटलाइट कंपनियों के साथ और इंटरनेट के अंदरूनी स्ट्रक्चर में सरकारी मदद से आगे बढ़ा । Internet किसी सरकार द्वारा नियंत्रित नहीं है । यह एक बहुत बड़ा स्वतंत्र सहकारिता है । हालांकि कोई एक व्यक्ति, कंपनी, संस्था अथवा Govt agency इसका मालिकाना हक नहीं रखती और न ही इसे control करती है, लेकिन कुछ एजेंसियां सलाह देकर  इसकी सफलता में सहभागी बनी हैं । Internet के विभिन्न क्षेत्रों के लिए मानक और गाइड लाइन तय करने और रिसर्च करने वाला समूह वर्ल्ड वाइड वेब कन्सोर्टियम (W3C) कहलाता है

How Internet Works? (इंटरनेट कैसे काम करता है?)

                         Internet से जुड़े कंप्यूटर क्लाइंट और सर्वरों (Client-Servers) का इस्तेमाल कर दुनिया भर में एक-दूसरे को Data Transfer करते हैं । वह कंप्यूटर जो किसी नेटवर्क के source जैसे प्रोग्राम और डाटा को व्यवस्थित करता है और एक केंद्रीय स्टोरेज एरिया (central storage area) उपलब्ध कराता है, Server कहलाता है । वह कंप्यूटर जो इस स्टोरेज एरिया तक access कर प्रोग्राम या डाटा लेना चाहता है Client कहलाता है । इंटरनेट पर एक  client जो कई सारे सर्वरों (servers) के फाइलों और प्रोग्रामों तक access कर सकता है, Host Computer कहलाता है । आपका कंप्यूटर Host Computer ही है । Internet की अंदरूनी संरचना में एक transportation system होता है । एक transportation system में traffic का ज्यादातर load हाइवे वहन करते हैं जो बड़े शहरों को जोड़ते हैं । ठीक इसी प्रकार इंटरनेट में कुछ मुख्य कम्युनिकेशन लाइनें होती है जो ट्रैफिक का अधिकतम भार वहन करती हैं । इन कम्युनिकेशन लाइनों को संयुक्त रूप से Internet Backbone कहते हैं । Internet एक पैकेट आधारित नेटवर्क (Packet based network) है । इसका अर्थ यह है कि जो भी डाटा आप transfer करते हैं वह पैकेट में बंट जाता है । तो तब क्या होता है जब आप इंटरनेट के विभिन्न नेटवकों के बीच डाटा transfer करते हैं । नेटवर्क विशेष कंप्यूटरों से जुड़े होते हैं जिन्हें Routers कहते हैं । एक Router पहले यह check करता है कि आपके Packet (Data) को कहा जाना है फिर वह यह तय करता है कि किस दिशा में इसे send किया जाए । यह संभव नहीं है कि प्रत्येक router अन्य दूसरे router से जुड़ा हुआ हो । वे सिर्फ आपके डाटा की दिशा तय करते हैं । राउटर को यह बताने के लिए कि डाटा को कहां जाना है, एक तरह का एड्रेस होता है जिसे IP (Internet Protocol) कहा जाता है । IP के साथ transfer होने वाला डाटा Packet में बंटा होता है । यह एक अन्य Protocol द्वारा handle किया जाता है जिसे TCP (Transmission Control Protocol) कहा जाता है । बाद में यह खोजा गया कि IP Address जो कि वास्तव में सिर्फ नंबर होते हैं कंप्यूटर तो आसानी से हैंडल कर सकता है लेकिन मनुष्य होने के नाते हमारे लिए यह संभव नहीं होता । इससे निपटने के लिए 1984 में Domain Name System (DNS) अस्तित्व में आया । Domain Name इटरनेट पर किसी व्यक्ति के account की Location होता है ।

Internet Address (इंटरनेट एड्रेस):-

                            Postal System की तरह ही Internet में भी डाटा को किसी खास जगह पर send करने के लिए Addressing System का इस्तेमाल किया जाता है । IP address की मदद से नेटवर्क में एक कंप्यूटर द्वारा दूसरे कंप्यूटर को पहचानने और उससे communicate करने के लिए इस्तेमाल होने वाला एक unique address है । IP address Numbers के चार समूहों से मिलकर बना होता है । ये समूह आपस में एक दूसरे से एक डॉट (.) द्वारा अलग होते है । इसमे नम्बर 0 से लेकर 255 तक हो सकते हैं । उदाहरण के लिए 191.27.38.15 एक IP Address है । आमतौर पर IP का पहला हिस्सा network को पहचानता है जबकि अंतिम कंप्यूटर विशेष को पहचानता है । इन नम्बरो को याद करके इनका इस्तेमाल करना बहुत कठिन होता है । इसलिए इंटरनेट पर इनकी जगह टैक्स्ट नाम तैयार किए गए जो एक या अधिक IP एड्स का प्रतिनिधित्व करते हैं । IP एक Text Version डोमेन नेम (Domain Name) कहलाता है । Domain Name के घटक भी एक दूसरे से डॉट (.) द्वारा एक दुसरे से अलग रहते हैं । हर Domain Name में टॉप लेवल डोमेन (TLD) एविएशन होते हैं जो उस संस्था के प्रकार के बारे में बताते है जो इससे जुड़ी रहती है । डॉट कॉम (.com) वह नाम है जो कभी कभी उस संस्था को परिभाषित करता है जिसके पास com का Top Level Domain है । डोमेन नेम सिस्टम (DNS) वह सिस्टम है जो इंटरनेट पर डोमेन नेम और उनसे संबंधित आईपी एड्रेस (IP Address) स्टोर रखता है । हर बार जब भी आप कोई Domain Name देते हैं, इंटरनेट सर्वर (DNS server) उसे संबंधित IP Address में translate कर डाटा को सही कंप्यूटर तक भेज देते हैं ।  IP Address-------> 198.71.156.51

Domain Name----> www.google.com 

इसमे डॉट कॉम (.com) Top Level Domain है ।

Domains and types of Domains 

.com------> Commercial domain 

.net--------> Gateway or Host 

.org--------> Non-profit organization 

.edu-------> Educational & research 

.gov -------> Government 

.mil--------> Miltary Agency 

.biz --------> a business 

.store------> goods for sales 

.info--------> Information services 

.aero-------> Air transport company 

Benefits of Internet (इंटरनेट के फायदे):-

                          इंटरनेट कई प्रकार की सुविधाएं आपको प्रदान करता है जो निम्नलिखित है :-

1) E-Mail (Electronic Mail):- 

                           इसके द्वारा  आप दुनिया भर के किसी कोने में स्थित अपने रिश्तेदारों, मित्रों, सहयोगियों, ग्राहकों को संदेश भेज सकते हैं । इसके माध्यम से आप लोगों से मिल भी सकते हैं । इसलिए इंटरनेट का यह एक सर्वाधिक लोकप्रिय करिश्मा है । ई-मेल के द्वारा आप बेहद सस्ते दामों में सबकी पहुंच तक आसानी से आ सकते हैं । इसके अलावा यह वातावरण के लिए भी प्रदूषण रहित है क्योंकि इसमें कागज का इस्तेमाल तो होता ही नहीं है ।

2) Information (सूचना):- 

                             इंटरनेट पर हम अपनी रुचि के विषय के बारे में कोई भी सूचना प्राप्त कर सकते हैं । शोध कार्य के लिए तो यह एक अद्वितीय सुविधा है । यदि कोई अखवार, शब्दकोश, भाषण व नौकरी इत्यादि के बारे में कोई सूचना चाहिए, आप तुरंत पा सकते हैं । आप अपना घूमने का प्रोग्राम भी बना सकते हैं, कही का यात्रा विवरण भी ले सकते हैं और मनचाही डिस बनाने की विधि भी प्राप्त कर सकते हैं । लगभग सभी विषयों पर सूचना इसके द्वारा आसानी से उपलब्ध हो सकती है ।

3) Collective Debate (सामूहिक वाद-विवाद):- 

                           अपनी रूचि के विषय पर आप दुनिया भर के लोगों से वाद-विवाद कर सकते हैं- सवाल पूछे जा सकते हैं, संस्थाओं पर विचार-विमर्श हो सकता है एवम् रोचक कहानियां भी पढ़ी जा सकती हैं । इंटरनेट से आप लाखों समूहों से विभिन्न विषयों पर चर्चा कर सकते हैं । विषय कोई भी हो सकता है- भोजन, हंसी-मजाक, संगीत, फोटोग्राफी, राजनीति, धर्म, खेलकूद, टेलीविजन इत्यादि ।

4) Online Shopping (ऑन-लाइन शॉपिंग):-

                          कोई भी वस्तु खरीदनी या बेचनी हो, कोई सेवा पेश या उपलब्ध करनी हो । इंटरनेट आपको यह सुविधा घर बैठे प्रदान करता है । यानी खरीदारी करने के लिए बाहर जाने की भी आवश्यकता नहीं । किताबें, कारें, कंप्यूटर प्रोग्राम, संगीत की सीडीज, पिज़्ज़ा इत्यादि प्राप्त करने के लिए कहीं जाने का कष्ट नहीं उठाना पड़ेगा ।

5) Program (प्रोग्राम):-

                                 इंटरनेट से हजारों प्रोग्राम आपके कंप्यूटर के लिए download और install किए जा सकते हैं जैसे वर्ड प्रोसेसर, ड्राइंग प्रोग्राम, खेल व एकाउंटिंग प्रोग्राम इत्यादि ।

6) Entertainment (मनोरंजन):- 

                          मनोरंजन के असीमित साधन भी इंटरनेट के द्वारा उपलब्ध हो जाते हैं । रेडियो या TV के प्रोग्राम एवम् वीडियो और संगीत विषयक प्रोग्राम कहीं से भी प्राप्त कर सकते हैं । आधुनिक फिल्मों के प्रीव्यू, प्रसिद्ध सितारों के इंटरव्यू और बाजार में आने के पूर्व बिल्कुल नए संगीत का मजा आपको इंटरनेट से प्राप्त हो जाता है । कई प्रकार के आपसी खेल भी दूर स्थित लोगों के साथ आप आराम से खेल सकते हैं बशर्ते उनके पास भी यह सुविधा हो ।

7) Online chatting (ऑनलाईन बातचीत करना):-

                          इंटरनेट पर typed messages द्वारा आप दूसरे व्यक्ति से बातचीत या chat कर सकते हैं । भेजा गया message तुरंत ही दूसरे के कंप्यूटर या mobile पर दिखाई पड़ेगा । यह बातचीत एक व्यक्ति या लोगों के एक समूह के साथ एक ही समय पर संभव हो सकती है ।

8) Communication (संवाद करना):-

                           Internet का सबसे महत्वपूर्ण फायदा सबसे तेज Communication है । हम इन्टरनेट के माध्यम से दुनिया के किसी भी कोने में बैठे व्यक्ति से बिना किसी शुल्क के केवल Internet Data के help से संवाद  (communicate) यानी बात चित कर सकते है ।Internet के माध्यम से बातचीत करने के लिए हम Video calling या audio calling का इस्तेमाल करते हैं । 

9) Information Sharing:-

                            Internet के माध्यम से आप एक जगह से दुसरी जगह information share कर सकते हो । Information share करने के लिए बहुत सारे माध्यम बनाये गए हैं जैसे की Voice, Video, Text messages, Images इत्याद । इस प्रकार से कहें तो Internet, information का खजाना है । हम कोई भी जानकारी internet पर search करते है तो उसके बारे में हमे पूरी जानकारी मिल जाती हैं ।

10) E-Learning:-

                           आजकल सभी जगह डिजिटल Class Room बनाये जा रहे हैं जिससे students को आसानी से कोई भी चीज सिखाई जा सके । Education के क्षेत्र में Internet की सबसे महत्वपूर्ण भुमिका हो गई है । आजकल लोग घर बैठे किसी भी विषय की पढाई कर सकते है । यहाँ तक की बहुत सारे websites online certificate भी उपलब्ध कराते है । teacher अपने पढाये video को इन्टरनेट पर upload करते हैं और वह video पुरे विश्व में access होता है जिसे students use कर सकते हैं । बहुत सारे वेबसाइट Online tutor start कर चुके हैं । इसका साधारण example YouTube है जहाँ पर टीचर अपने teaching video को अपलोड करते हैं और students उन video को देखकर सीखते है ।

11) E-Commerce:-

                               E-Commerce का पुरा नाम Electronic Commerce हैं । हम जितनी भी online खरीदारी करते हैं वो सभी E-commerce के category में आती है । सभी business जो की इन्टरनेट के माध्यम से किये जाते हैं उसे E-Commerce कहा जाता है जैसे की ऑनलाइन पैसे का आदान-प्रदान, Online Shopping, Online buy & Sale, Online Movie Ticket booking, Online Job, Online Bill paying, Online reservation, Online shopping etc. ये सभी E-Commerce के अन्दर आते है । Online shopping आजकल का trending E-Commerce बन गया है जहाँ पर बेचने वाले अपने product को online website के  माध्यम से सेल करते हैं । जब हम Online shopping करते हैं तो हमारे Time के साथ साथ Energy की भी बचत होती है ।

12) Online Business Promotion:-

                          कोई भी businessman अपने business को इन्टरनेट के माध्यम से पुरी दुनिया में promote कर सकता हैं । पहले जब हमारे पास इन्टरनेट नहीं था तो हम अपने business के promotion के लिए अख़बारो, TV में देते थे जो की काफी महंगा भी होता था और वो एक fixed area में ही promote होता था लेकिन अब आप online किसी भी वेबसाइट के माध्यम से पूरी दुनिया में अपने business को promote कर सकते हैं क्योंकि Internet दुनिया के हर कोने में available होता है । इससे हम कह सकते हैं कि online Business promotion मे भी यह महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है ।

Required components for Internet (इंटरनेट के लिए आवश्यक उपकरण):-

                         इंटरनेट पर surffing करने के लिए काफी उपकरणों की आवश्यकता होती है जो इस प्रकार है:-

1) Computer System (कंप्यूटर सिस्टम):-                               

                       कोई भी कंप्यूटर इंटरनेट से जोड़ा जा सकता है । इसके लिए आपके पास एक कंप्यूटर सिस्टम होना बहुत जरूरी है जिसके द्वारा आप intenet प्रयोग कर सकते हो ।

2) Web Browser Programs (वेब ब्राऊजर प्रोग्राम्स):- 

                      कंप्यूटर पर इंटरनेट चलाने के लिये खास प्रोग्राम्स की जरूरत होती है जिन्हे Browsers कहते हैं । वे programs जो इंटरनेट चलाने के लिये प्रयोग किए जाते है web Browser Programs कहलाते हैं ।

3) Modem (मोडेम):- 

                      मोडेम के जरिए कंप्यूटर एवं इंटरनेट के बीच सूचनाओं का आदान-प्रदान होता है । Modem का पुरा नाम Modulator & Demodulator है । यह यह इंटरनेट को कंप्यूटर से जोडने का काम करता है ।

4) Telephone Line (टेलीफोन लाइन):-

                         Internet की सारी सूचना टेलीफोन लाइन के जरिए ही उपलब्ध होती है ।

5) I S P (इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर):-

                             ISP एक कंपनी है जो इंटरनेट की सुविधा उपलब्ध कराती है, जैसे V.S.N.L. JIO, AIRTEL, VODA इत्यादि ।

6) Speakers (स्पीकर्स):- 

                   Speakers के द्वारा हम कंप्यूटर पर पैदा हुई आवाजें तथा मानव-ध्वनियां, संगीत इत्यादि सुन सकते हैं ।


Types of Internet Connection (इंटरनेट कनेक्शन के प्रकार):-

1) Dial-Up Connection:-

                          यह वर्तमान में उपलब्ध Internet Connection में सर्वाधिक मूल प्रकार का connection हैं । इसमे एक टेलीफोन लाइन होती हैं जिससे कई User जुड़े होते हैं । इंटरनेट तक पहुंच प्राप्त करने के लिए इस लाइन को PC से जोड़ा जाता है ।

2) DSL Connection:-

                               DSL का पूरा नाम Digital Subscriber Line है । DSL Connection का उपयोग कर हम इंटरनेट से कनेक्ट हो सकते हैं । DSL की इंटरनेट कनेक्सन की Data Transfer Speed 384 Kbps to 8 Mbps तक होती हैं ।

3) Cable Modem Connection:-

                            हमे इंटरनेट की सुविधा को प्राप्त करने के लिये Cable मॉडम की आवश्यकता होती हैं । यह टेलीफोन की केवल के द्वारा हम तक internet सिंग्नल पहुँचता है ।

4) T1 Connection:-

                              यह लाईन एक फोन की लाईन होती हैं जो हमे इंटरनेट से कनेक्ट करवाती हैं । यह कनेक्सन 1.544 Mbps की Data speed देता हैं ।

5) Wireless Connection:-

                           वायरलेस का उपयोग कर हम इंटरनेट से जुड़ सकते हैं । इसमे केबल की जरूरत नहीं होती । इस कनेक्सन की स्पीड 11 Mbps to 45 Mbps की हैं ।

                            उम्मीद है कि आप लोगो को यह ब्लॉग पसन्द आया होगा । 

Thanks for read my Blog || राज रंगा 


 
 


 

 


 











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