E-Mail and Features of email in hindi (ई-मेल और ई-मेल की विशेषताए हिंदी में ।) - IT/ITes-NSQF & GK

E-Mail and Features of email in hindi (ई-मेल और ई-मेल की विशेषताए हिंदी में ।)

नमस्कार आप सभी का हमारी वेबसाइट "https://raazranga.blogspot.com" पर स्वागत हैं, आज हम इस पोस्ट के माध्यम से "E-Mail and Features of  email in hindi (ई-मेल और ई-मेल की विशेषताए हिंदी में ।)" के बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे ।
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E-Mail (इलैक्ट्रॉनिक मेल):-

                       E-Mail के द्वारा आप Message या Files कंप्यूटर नेटवर्क के जरिए कहीं भी send कर सकते हैं । यह इंटरनेट की एक प्रमुख सेवाओं में से है जिसके द्वारा वैज्ञानिक और शोधकर्ता सुदूर जगहों पर स्थित तथा सरकारी योजनाओं में शामिल लोगों का आपसी संपर्क तुरंत जुड़ जाता है । आज E-Mail बेहद लोकप्रिय हो रहा है । एक प्राथमिक communication प्रणाली के रूप में जिसके द्वारा व्यक्तिगत और व्यापारिक सूचना का आदान-प्रदान (Exchange) आसानी से हो सकता है । यदि ई-मेल प्रोग्राम जैसे- Outlook Express, Hotmail या Gmail का इस्तेमाल किया जाए तो आप messages को बना, भेज या प्राप्त कर सकते हैं, Forward, Store, Print और delete भी कर सकते हैं । यह संदेश या Messages साधारण टेक्स्ट हो सकता है या वर्ड प्रोसेसिंग डॉक्यूमेंट (Word Processing documents) का Attachment भी हो सकता है, साथ में ग्राफिक्स मैसेज (Graphic Message), Audio, Video भी भेजा जा सकता है । अगर कभी आप किसी दूसरे एप्लीकेशन में काम कर रहे हैं तो ज्यादातर E-mail प्रोग्राम एक मेल नोटिफिकेशन एलर्ट प्रदान करते हैं जो आपको Message या sound के जरिए सावधान कर देता है जब आप नया मेल प्राप्त करते हैं । जैसे ही आपकी मेल आती है वे आपके Mail Box में रख दी जाती है । कंप्यूटरों में प्रायः एक Storage location होती है जो आपको इंटरनेट से जोड़ देती है जैसे Server जो आपके ISP द्वारा operate होकर आपको Mail box से जोड़ देती है । इस Server को प्राय: "Mail Server' भी कहते हैं तथा इसमें Mail Boxes होते हैं । ज्यादातर ISPs एक इंटरनेट ई-मेल प्रोग्राम तथा एक मेल बॉक्स के साथ एक मेल सर्वर प्रोवाइड करते हैं जो उनके Internet Access services  का एक हिस्सा होता है । आप वेब साइट से connect कर जैसे ही एक ई-मेल एकाउंट Setup करते हैं तो उसमें एक खास Email Address और एक Password मिलता है जिसमे आपको कुछ वेबसाइटों द्वारा उपलब्ध वेब आधारित ई-मेल प्रोग्राम प्राप्त होता है । अतः ई-मेल मैसेजेस भेजने की बजाए कई साइट यह सुविधा प्रदान करती हैं कि ऑनलाइन Invitation और greeting भेज सकें । इन वेबसाइटों पर एक Server भी होता है जो आपके Invitation, Messages और greetings इत्यादि भेज सकें ।



                     जब आप कोई Email messages भेजते हैं तो Mail server पर एक प्रोग्राम आपके message का इंटरनेट रूट निर्धारित करता है उसके बाद उसे भेजता है । जब आपकी messages प्राप्तकर्ता के Mail server पर पहुंचती है तो मैसेज POP या POP3 Server पर ट्रांसफर हो जाती है । POP (Post Office Protocal) एक communication की प्रौद्योगिकी है जिसके द्वारा एक Mail Server से email को पुनः प्राप्त किया जा सकता है । POP Server उस message को तब तक रखता है जब तक प्राप्तकर्ता अपने ई-मेल सॉफ्टवेयर से उस प्राप्त न कर लें ।

Features of E-mail (ई-मेल की मुख्य विशेषताएँ):- इसकी मुख्य विशेषताएं निम्नलिखित हैं जो इस प्रकार हैं:-

1) Recieve a Messages (मैसेज प्राप्त करना):-
                                   
                          Messages प्राप्त करने के लिए आवश्यक नहीं है कि सम्बद्ध व्यक्ति अपने कंप्यूटर पर ही बैठा हो । Service Provider सारे प्राप्त messages store करके रखता है जब तक वह retrieve यानी प्राप्त न कर ली जाएं । इन messages को नियमित रूप से चैक कि‍या जाना चाहिए । आप अपने कंप्यूटर को Modem से connect कर अपने service provider से जुड़ पुनः मैसेज प्राप्त कर सकते हैं । इसका अर्थ हैं आप कहीं भी रहे अपने मैसेज पुनः प्राप्त कर सकते है ।

2) Reply a messages (मैसेज का रिप्लाई देना):-

                           आप मैसेज द्वारा किसी प्रश्न का जवाब या सम्बद्ध विषय के बारे में अतिरिक्त सूचना भी प्रदान कर सकते हैं । जब आप message का उत्तर दें तो यह जरूरी है कि मूल मैसेज का हिस्सा उसमें शामिल कर लें । इसे 'Quoting' कहा जाता है । Quoting का काम यह रहता है कि प्रश्नकर्ता को तुरंत मालूम पड़ जाता है कि उसके किस मैसेज का जवाब आपने दिया है । उत्तर में मूल मैसेज के वह हिस्से आप delete कर सकते हैं जो आपके उत्तर से ताल्लुक नहीं रखते । इस प्रकार आप मैसेज पाने वाले का समय भी बचा सकते हैं ।

3) Forward a Message (मैसेज को फॉरवर्ड करना):-
                      जब आप मैसेज प्राप्त करें और चाहें तो उसमें कुछ अपने विचार जोड़कर मनचाहे गंतव्य पर उसे फॉरवर्ड भी कर सकते हैं ।

4) Print a Message (मैसेज को प्रिंट करना):- 

                        आप message का Print कर उसकी paper copy प्राप्त कर सकते हैं ।

5) Organise Messages (मैसेजेस को व्यवस्थित करना):- 
                                प्रायः Email प्रोग्राम्स उस messages को store कर लेते हैं जो आपने भेजी हैं, प्राप्त की है या delete कर दीं हैं । इन्हें आप अलग folders में रख सकते हैं । इस प्रकार आप सारी मैसेजेस को व्यवस्थित कर उनका बाद में पुनर्निरीक्षण भी कर सकते हैं । अपने messages को ज्यादा व्यवस्थित ढंग से निजी फोल्डर्स में रख सकते हैं । इन व्यवस्थित मैसेजेस को आप नियमित रूप से delete भी कर सकते हैं जो आपके काम की न हों ।

Advantages of E-Mail (ई-मेल के लाभ):-

1) यह अपने messages को तुरन्त भेजने, एक्सचेंज करने या प्राप्त करने के लिए इससे अच्छा कोई माध्यम नहीं है । एक Email विश्व भर में कुछ मिनटों में ही पहुंच सकता है ।

2) Email को भेजने या प्राप्त करने के लिए कोई कीमत नहीं देनी पड़ती । जैसे ही आपने अपने इंटरनेट कनेक्शन के लिए भुगतान किया, Email भेजने का खर्च भी उसी में शामिल होता है । इसके अलावा आप अपने लंबे-लंबे messages कितनी भी दूर send करे इसके लिए एक पैसा भी देने की जरूरत नहीं पड़ती ।

3) एक Email Message किसी भी वक्त कहीं भी भेजी जा सकती है । यह भी जरूरी नहीं कि आपके Email का प्राप्तकर्ता अपने कंप्यूटर पर बैठा ही हो जैसा कि टेलीफोन कॉल के लिए जरूरी होता है । आपकी मेल, सर्विस प्रोवाइडर में store हो जाएगी और जब प्राप्तकर्ता चाहेगा उसको प्राप्त कर सकेगा । लेकिन आपको अपने आने वाले Email Messages को रोज ही चैक करना चाहिए । साथ ही हमे यह भी नहीं सोचना चाहिए कि हमारी Email का प्राप्तकर्ता उसको तुरंत ही पढ़ भी लेगा ।

4) ई-मेल सूचनाओं के आदान-प्रदान और साझा करने का बहुत ही उपयोगी साधन हैं ।

5) ई-मेल भेजना और प्राप्‍त करना सरल भी हैं । आप एक ही ई-मेल कई प्राप्‍तकर्ताओं को उसी समय एक साथ भी भेज सकते हैं ।

6) इलैक्‍ट्रॉनिक मेल (Email) लगभग उसी समय पहुँचा दी जाती हैं, जब उसे भेजा जाता हैं । क्योकि इसकी स्पीड अधिक होती हैं ।

7) इलैक्‍ट्रॉनिक रूप में होने के कारण Email भेजने और प्राप्‍त करने में कागज नष्‍ट नहीं होता । हालाकिं यदि हम चाहें तो रिकॉर्ड के लिए इसका print भी record मे रख सकते हैं ।

8) आप अपने कम्‍प्‍यूटर में सभी Emails के records को store करके भी रख सकते हैं ।

9) आप अपनी Email को कभी भी जब आपके पास इसको पढ़ने के लिए समय हो पढ़ सकते हो । आप इसके लिए स्‍वंतत्र हैं ।

10) यह संचार की अन्‍य विधियों; जैसे डाक, कोरियर, टेलीफोन आदि की तुलना में बहुत ही सस्‍ती विधि हैं ।

Some Tips for Writing a Good Email (एक अच्छी ई-मेल लिखने के कुछ टिप्स):-

                     Email के जरिए मैसेजेस भेजने के समय कुछ नियम या कायदे का पालन किया जाए तो अच्छा रहेगा । इनमे से कुछ नीचे दिए गए है जो इस प्रकार हैं:-

1) आपकी मैसेज में एक Subject लाइन होनी चाहिए जो आपके message को स्पष्ट करती हो । उदाहरण के लिए, कुछ शब्द चुने जो email के content को सही रुप से बता सके ।

2) आपका Message सादा यानी simple और  to the point होना चाहिए । आपका message एक संक्षिप्त मे नोट होनी चाहिए । 

3) Message कभी CAPITAL LETTERS में नहीं लिखा जाना चाहिए । ऐसे मैसेज को Email की भाषा में shouting कहा जाता है ।

4) अपने message को तुरंत लिखकर न भेजें । स्पेलिंग इत्यादी अच्छे से चेक कर ले । कुछ ई-मेल प्रोग्रामों में आपको स्पैलिंग चैक की सुविधा मिलती है ।  

5) जब आप कोई मजेदार (funny) रिमार्क कर रहे हों तो Smileys का जरूर उपयोग करें क्योंकि टेलीफोन पर तो आप अपनी आवाज द्वारा मजाकिया स्वर प्रकट कर सकते हैं लेकिन ई-मेल में smileys का प्रयोग न करने से लोग इसको गलत भी समझ सकते हैं ।

6) ज्यादातर E-mail प्रोग्रामों में 'Bold' या 'Italic' letters शामिल नही होते और वो उन्हें दिखाते भी नहीं हैं इसलिए उनका प्रयोग न ही करना ठीक होता हैं ।

7) Email सदैव निजी (private) नहीं रह पाता और मैसेज कभी-कभी गलत आदमी के पास भी पहुंच जाता हैं । इसलिए उन्हें ध्यान व होशियारी से लिखें और भेजे ।

8) Email का उत्तर जितना जल्दी हो सके देने का प्रयास करें । पत्रों का जवाब तो कुछ दिन बाद दिया जा सकता है, लेकिन यदि Email का जवाब एक दिन में नहीं दिया गया तो लोग क्रोधित भी हो सकते हैं ।

9) Snail mail पर हमें सोचने के साथ उत्तर देने का समय मिलता है लेकिन Email पर आपको तुरंत उत्तर दिया जा सकता है और बाद में खेद भी प्रकट किया जा सकता है कि क्या टाइप कर दिया । Email भाषा में असभ्य और क्रोधपूर्ण मैसेजेस को Flame कहा जाता है । इसलिए मैसेज का उत्तर पूरी सावधानी और विवेक के साथ देना चाहिए ।

10) जब आप कोई उत्तर भेजें या कोई message forward करें, तो पहले message को edit करने का भी प्रयास करें । अगर गलतिओं को correct करे ।

11) Email लिखते समय मैसेज मे short form का उपयोग ना करे ।

12) CC का उपयोग करते समय careful रहे । CC प्राप्तकर्ता केवल तभी जोड़े जब आप अपने मुख्य प्राप्तकर्ता को यह जान सके कि दूसरो को मेल की एक प्रति प्राप्त होगी । 

13) अन्त मे, आप निम्न मे से किसी भी एक का उपयोग कर सकते हैं जैसे- Best Regards, Regards, Best Regards etc  ।

Sending format of Email (Email को भेजने का प्रारूप):-
                                 किसी भी mail का प्रारूप इस प्रकार का होता है:-

1) FROM:- इसमें हमारी mail का address होता है ।

2) TO:- इसमें उस व्यक्ति की mail का address होता है जिसके पास हम mail भेज रहे है ।

3) SUBJECT:- जिस विषय पर mail भेजनी है उसका विषय लिखा जाता है ।

4) MESSAGE BODY:- जो भी Message भेजना है वो message body में लिखा जाता है ।

5) CC:- इसका पूरा नाम carbon copy है । इसके अंदर हम किसी दूसरे व्यक्ति का पता लिखेंगे जिसको mail भेजनी हो ।

6) BCC:- इसका पूरा नाम Blind Carbon Copy है ।

Types of Email services (ईमेल सर्विस के प्रकार):-
            Email services दो प्रकार की होती हैं:-

1) Application Based:- Application based email यूजर को कंप्यूटर के अंदर install करनी पड़ती हैं । ये mail यूजर कंप्यूटर में स्टोर होती है । Example:- MICROSOFT OUTLOOK, Mozilla Thunderbird, OPERA, FOXMAIL etc    ।

2) Web Based:- Web based E-Mail यूजर को इंटरनेट के द्वारा कंप्यूटर में पहुंचा सकते हैं । ये mail यूजर कंप्यूटर में स्टोर नहीं होती, इसके उदहारण हैं:- Gmail.com, Yahoo.com, Outlook.com etc.

Top Email Service Provider and Launched Date

Company                 Launched Date

1) Gmail                   April 1, 2004

2) Yahoo Mail         October 8, 1997

3) Rediffmail          February 8, 1996

4) Rocket Mail        June 19, 2008

5) Proton Mail        May 16, 2014

6) Titan                     2018

7) Zoho Mail            March 2006

8) Outlook                July 4, 1996

                             इस ब्लॉग के द्वारा आज हमने जाना की ईमेल क्या होता हैं और इसकी क्या features होती हैं और इसके अलावा कई  और बातो को जाना । आशा है कि यह ब्लॉग आपको पसन्द आया होगा ।

Thanks for read my Blog || राज रंगा 

 
 


 

 


 












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