कम्प्यूटर की भाषाएँ हिंदी में (Languages of Computer in hindi)
कम्प्यूटर की भाषाएँ (Languages of Computer):-
कम्प्यूटर भाषाओं से हमारा अभिप्राय उस प्रणाली से है, जिसके अन्तर्गत कम्प्यूटर को ऐसे निर्देश दिए जा सकते हैं, जिन्हें कम्प्यूटर समझ सके तथा उनका अनुपालन कर सकें । वैसे तो कंप्यूटर बाइनरी भाषा को समझता है । जिसे कंप्यूटर की मशीनी भाषा भी कहते है । कम्प्यूटर के आविष्कार से लेकर अब तक तीन प्रकार की भाषाएँ प्रयोग में लायी गयी हैं:-
1) समुच्चय भाषा (Assembly Code) ।
2) मशीनी भाषा (Machine Language) ।
3) उच्चस्तरीय भाषा (High Level Ianguage) ।
1) समुच्चय भाषा (Assembly Code):-
समुच्चय भाषा (Assembly Code) मशीनी भाषा में आ रही दिक्कतों को दूर करने के लिए वर्ष 1950 ई० में विकसित की गई । इन भाषाओं में अंकीय कोडों और पते के बजाय मिश्रित कोडों का प्रयोग किया गया । जैसे- 'जोड़' तथा 'घटा' के लिए क्रमशः ADDS तथा SUB कोडों का प्रयोग किया गया । यह मशीनी भाषा की तुलना में कुछ अधिक गतिवाली तथा कुछ अधिक आसान सिद्ध हुई ।
2) मशीनी भाषा (Machine Language):-
यह वह भाषा है, जो सिर्फ 1 व 0 के समूहों (Combinations) से बनी होती है और जिसे कम्प्यूटर सीधे समझ सकता है । मशीनी भाषा में प्रत्येक आदेश के दो भाग होते हैं, पहला आदेश कोड (Operation Code), दूसरा स्थिति कोड (Location Code) । आदेश कोड व स्थिति कोड 0 व 1 के क्रमों में ही व्यक्त किए जाते हैं ।
3) उच्चस्तरीय भाषा (High Level Language):-
समुच्चय भाषाओं के क्रमिक विकास के फलस्वरूप उच्चस्तरीय भाषाएँ अस्तित्व में आईं । समुच्चय भाषाओं में प्रोग्रामिंग कार्य बहुत लम्बा व कठिन था । अतः उच्च स्तरीय भाषाओं में तेज गति से तथा काफी सरलता से प्रोग्रामिंग की जा सकती है । ये भाषाएँ मशीन पर आधारित होने के स्थान पर समस्या के अनुरूप हों, ऐसा प्रयास किया गया । इन भाषाओं में प्रोग्राम लिखते समय प्रोग्रामर प्राकृतिक भाषा (English) के कुछ विशेष हुए शब्द और गणित के स्वीकृत संकेतों को एक निश्चित रूप में प्रयोग कर सकता है, जो भाषा के व्याकरण के अन्तर्गत पूर्ण निर्धारित होते हैं । सबसे पहले उच्च स्तर की भाषा के लिए आई०बी०एम० (I.B.M.) ने 1957 में प्रयास किया और उसका परिणाम फोरट्रॉन यानी Formula Translation के रूप में आया । कुछ प्रमुख उच्चस्तर की भाषाएँ जो इस प्रकार हैं:-
i) फोरट्रॉन (FORTRAN- Formula Translation) ।
ii) वेसिक (BASIC- Beginners All Purpose Symbolic Instruction Code) ।
iii) पास्कल (PASCAL) ।
iv) प्रोलॉग (PROLOG-Programming in Logic) ।
v) फोर्थ (FORTH) ।
vi) सी (C) ।
vii) स्नोबोल (SNOBOL-String Oriented Symbolic Language) ।
viii) कोबोल (COBOL-Common Business Oriented Language) ।
ix) अल्गोल (ALGOL-Algorithmic Language) ।
x) लिस्प (LISP- List Processing) ।
xi) लोगो (LOGO) ।
xii) पायलट (PILOT )
xiii) सी प्लस प्लस (C ++)
xiv) Visual Basic ।
xv) JAVA LANGUAGE ।
xvi) Python ।
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